#ताजा खबरें #हिमाचल प्रदेश

शिमला के जठिया देवी में 224 हेक्टेयर पर बनेगी मैग्नेट सिटी, इसी साल शुरू होगा काम

प्रदेश की राजधानी शिमला के पास जाठिया देवी क्षेत्र में 224 हेक्टेयर जमीन पर मैग्नेट सिटी बनेगी।

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के पास जाठिया देवी क्षेत्र में 224 हेक्टेयर जमीन पर मैग्नेट सिटी बनेगी। एनवायरनमेंट फ्रेंडली प्रोजेक्ट के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। सरकार के पास जाठिया देवी में 21 हेक्टेयर जमीन अपनी है। इसके लिए जाठिया देवी क्षेत्र से लगते शिमला ग्रामीण और सोलन के नौ गांवों की 203 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करेगी। सरकार जाठिया देवी में ऐसा शहर बसाना चाहती है जो निवेश और रोजगार के अवसरों के लिए लोगों को अपनी ओर आकर्षित करे। इसे मैग्नेट सिटी का नाम दिया गया है। 

इसे पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए इसमें सौर ऊर्जा का उपयोग होगा। इसके अलावा अपशिष्ट प्रबंधन और सार्वजनिक परिवहन के विशेष प्रावधान होंगे। शिमला ग्रामीण के मझौला, आंजी, शिल्डू, दनोखर, शिल्ली बागी, पंटी, कयारगी, चानन और सोलन जिला की ममलीग तहसील के मझियारी गांव में जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। जाठिया देवी मैग्नेट सिटी के लिए सरकार ने मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। पहले चरण में 119 फ्लैट वन बीएचके, टू बीएचके और थ्री बीएचके के तैयार किए जाएंगे। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश आवास एवं शहरी विकास प्राधिकरण (हिमुडा) यहां विला और इको रिजॉर्ट का भी निर्माण करेगा।

करीब 13 साल बाद जाठिया देवी में टाउनशिप स्थापित करने की प्रक्रिया दोबारा शुरू हुई है। पूर्व वीरभद्र सरकार के समय भी इस प्रोजेक्ट को लेकर प्रस्ताव तैयार किया गया था। प्रोजेक्ट के फेज वन का काम इसी वर्ष शुरू करने की योजना है। प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार से 500 करोड़ रुपये मिलने थे, लेकिन अभी तक यह राशि जारी नहीं हो पाई है। शिमला शहर पर लगातार बढ़ रहे जनसंख्या के दबाव को कम करने के लिए सरकार प्राथमिकता के आधार पर जाठिया देवी मैग्नेट सिटी स्थापित करना चाहती है।

यहां किफायती आवास के अलावा उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं, सार्वजनिक परिवहन की उम्दा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जानी प्रस्तावित है। हिमुडा के उपाध्यक्ष यशवंत छाजटा ने बताया कि राजधानी शिमला पर जनसंख्या के बढ़ते दबाव को कम करने के लिए जाठिया देवी में मैग्नेट सिटी बसाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। प्रोजेक्ट के लिए नौ गांवों में करीब 203 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसी वर्ष के अंत तक निर्माण कार्य शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *