बागा सराहन बन सकता है नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन, पर्यटन को लगेंगे पंख; सीएम के दौरे से जगी आस
बागा सराहन को नई मंजिल नई राहें योजना के तहत पर्यटन मानचित्र पर पहचान मिल सकती है। ऐसे में बागा सराहन नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन सकता है। मुख्यमंत्री सुखविद्र सिंह सुक्खू के दौरे से ऐसी उम्मीद जगी है। यह योजना विशेष रूप से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। इसके अंतर्गत बागा सराहन को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाना है।
बागा सराहन की 110 बीघा भूमि को इस योजना के लिए चिह्नित किया गया है, जहां विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के आधार पर पर्यटन सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसमें कैफे, वाटर पार्क, पार्किंग, चेक पोस्ट, मुख्य प्रवेश द्वार, म्यूजियम और पर्यटन सूचना केंद्र जैसे ढांचे शामिल हैं। मौजेक कंपनी की ओर से डीपीआर भी तैयार कर ली गई है, लेकिन अब तक इसे धरातल पर उतारने की प्रक्रिया अटकी हुई है। मुख्यमंत्री के मंगलवार के दौरे से इस दिशा में उम्मीद जगी है।
योजना में बागा सराहन को हेलीपैड सुविधा से जोड़ने और यहां से श्रीखंड महादेव, काली टॉप व बंजार को ट्रैक रूट के माध्यम से जोड़ने की भी तैयारी है। मुख्यमंत्री के दौरे से क्षेत्रवासियों को आशा है कि वर्षों से धूल फांक रही यह योजना अब गति पकड़ेगी और बागा सराहन को पर्यटन मानचित्र पर वह स्थान मिलेगा, जिसका वह वर्षों से इंतजार कर रहा है। पंचायत सराहन के प्रधान प्रेम ठाकुर, लोचन ठाकुर, मदन कुमार, रवि, दौलत सिंह आदि ने कहा है कि योजना को जल्द सिरे चढ़ाकर बागा सराहन के पर्यटन और विकास को पंख लगेंगे।
श्याना ऋषि का प्राचीन मंदिर, लाल बंगला आकर्षण का केंद्र
बागासराहन अपने प्राकृतिक नजारों के जाना जाता है। यह मैदान लगभग 140 बीघा में फैला हुआ है और चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा है। बीच में बहता नाला इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाता है। इसके एक छोर पर ऐतिहासिक सरौहण गांव स्थित है, जहां श्याना ऋषि का प्राचीन मंदिर और ब्रिटिश काल का लाल बंगला भी आकर्षण का केंद्र हैं। यहां झीहरू मेला भी प्रसिद्ध है।