बीबीएन में 24 घंटे के भीतर चार आत्महत्याएं, मानसिक तनाव और पारिवारिक समस्याएं बनीं वजह, पुलिस जांच में जुटी

बद्दी, हिमाचल प्रदेश — औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) में बीते 24 घंटों के भीतर आत्महत्या की चार घटनाओं ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। इन मामलों में तीन प्रवासी युवक और एक हिमाचली युवक शामिल हैं, जिन्होंने अलग-अलग स्थानों पर फंदा लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि चारों मामलों में मानसिक तनाव और पारिवारिक समस्याएं आत्महत्या की मुख्य वजह मानी जा रही हैं। पुलिस ने सभी मामलों में धारा 174 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है।
पहली घटना थाना मानपुरा क्षेत्र के तहत निहला खेड़ा गांव की है, जहां 36 वर्षीय तुलंदर कुमार राजपूत, जो यमुनानगर (हरियाणा) का रहने वाला था, ने अपने किराये के कमरे में छत पर लगी कुंडी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि वह हाल ही में बद्दी आया था और पारिवारिक तनाव से जूझ रहा था। शव को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखा गया है, और आगे की कार्रवाई परिजनों के आने के बाद की जाएगी।
दूसरी घटना थाना बरोटीवाला के भटोलीकलां गांव में हुई, जहां 25 वर्षीय मंगल सिंह, निवासी वाराणसी (उत्तर प्रदेश) ने लोहे के गार्डर से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वह अपने माता-पिता के साथ किराए के कमरे में रहता था और एक फैक्ट्री में काम करता था। पिता के अनुसार बेटा पिछले कुछ दिनों से उदासी और चुप्पी में रह रहा था।
तीसरी आत्महत्या बरोटीवाला थाना क्षेत्र के कोटला गांव में सामने आई, जहां अर्जुन, निवासी आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश) ने अपने कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या की। वह स्थानीय कंपनी में कार्यरत था। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, जिससे आत्महत्या के पीछे के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है।
चौथी घटना थाना बद्दी क्षेत्र के फेस-3 इलाके की है, जहां 30 वर्षीय अक्षय कुमार, निवासी ज्वाली, जिला कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) ने अपने किराए के कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। वह सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। जब वह काफी समय तक कमरे से बाहर नहीं निकला, तो पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में युवक के मानसिक रूप से परेशान होने की बात सामने आई है।
एसपी विनोद धीमान ने चारों मामलों की पुष्टि की है और कहा कि पुलिस सभी घटनाओं की गंभीरता से जांच कर रही है। शवों का पोस्टमार्टम नियमानुसार किया जा रहा है और परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
बीबीएन क्षेत्र में एक ही दिन में आत्महत्याओं की इतनी घटनाएं सामने आना बेहद चिंताजनक है। इससे यह भी साफ हो रहा है कि मानसिक स्वास्थ्य, प्रवासी श्रमिकों की जीवन स्थिति और पारिवारिक दबाव जैसे मुद्दे अब और अधिक संवेदनशील और गंभीर हो गए हैं, जिन पर सरकार और समाज दोनों को मिलकर कार्य करना होगा।