समय पर वेतन न मिलने पर भड़के सफाई कर्मचारी, नगर निगम बद्दी में कामकाज ठप

बद्दी: नगर निगम बद्दी में कार्यरत सफाई कर्मचारियों का सब्र आखिरकार जवाब दे गया। समय पर वेतन न मिलने और मूलभूत सुविधाओं के अभाव को लेकर शुक्रवार को 45 सफाई कर्मचारियों ने एकजुट होकर कार्य बहिष्कार कर दिया। कर्मचारियों ने नगर निगम प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जल्द उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और अधिक उग्र रूप धारण करेगा।
सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम अधिकारियों को ज्ञापन सौंपते हुए अपनी मांगें स्पष्ट कीं। उन्होंने बताया कि उन्हें बीते कई महीनों से समय पर वेतन नहीं मिल रहा है, जिससे उनके घर चलाना मुश्किल हो गया है। सोनू, मोनू, संदीप, नितिन, दर्शन, बालेंद्र, चरणदास, बांकेलाल, कृष्ण, रविदास, लाखन, ओमपाल, रोशन, पूनम, रजनी, मीना और महेंदरी सहित अन्य कर्मचारियों ने बताया कि वे बीते 15-20 वर्षों से बद्दी क्षेत्र में सफाई का कार्य कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें केवल ₹10,000 मासिक वेतन मिलता है।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने बताया कि पड़ोसी राज्य हरियाणा में सफाईकर्मियों को ₹25,000 मासिक वेतन मिलता है, जबकि बद्दी में उन्हें आधे वेतन में गुजारा करना पड़ रहा है। एक कर्मचारी ने नाराजगी जताते हुए कहा, “आज के समय में महंगाई इतनी बढ़ गई है कि 10 हज़ार में न घर का किराया निकलता है, न बच्चों की स्कूल फीस दी जा सकती है। हमें डर है कि हमारे बच्चों को भी हमारी ही तरह मजदूरी न करनी पड़े।”
कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि नगर निगम की ओर से उन्हें आज तक वर्दियां, समय-समय पर स्वास्थ्य जांच, या कोई आवासीय सुविधा नहीं दी गई है। वे कई बार प्रशासन को ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिलता है, जबकि धरातल पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
भारतीय मजदूर संघ ने जताया समर्थन
भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश सदस्य मेला राम चंदेल और महासचिव राजू भारद्वाज ने सफाई कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि ये कर्मचारी नगर की सफाई व्यवस्था की रीढ़ हैं, और इन्हें लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाए तो संघ की ओर से संघर्ष को और तेज किया जाएगा।
प्रशासन ने दिया समाधान का भरोसा
नगर निगम बद्दी के एक्सियन सुमित आज़ाद ने कहा कि सफाई कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला था और उनकी मांगों को गंभीरता से लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही वेतन संबंधी समस्याओं और अन्य मुद्दों का समाधान किया जाएगा।
नगर निगम बद्दी में सफाई कर्मचारियों के इस विरोध ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या समाज की सबसे बुनियादी जरूरतों को पूरा करने वाले ये कर्मचारी अपने अधिकारों के लिए यूं ही संघर्ष करते रहेंगे, या उन्हें भी समय पर वेतन और सम्मान मिलेगा, जिसके वे असल हकदार हैं।