हिमाचल के होटलों में हर महीने लिए जाएंगे पानी, खाने के सैंपल, गुणवत्ता में कमी पर होगी कार्रवाई

प्रदेशभर के होटलों में भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के निर्धारित मानकों पर अब भोजन तैयार होगा। इसके लिए होटलों ने अब ईट राइट कैंपस करना शुरू कर दिया है। पर्यटन नगरी कसौली के चार होटलों में व्यवस्था शुरू भी कर दी है। खास बात यह है कि ईट राइट कैंपस बनने के बाद होटलों में हर माह पानी के सैंपलों की जांच करवाई जाएगी। यह जांच एफएसएसएआई की मान्यता प्राप्त लैब से होगी। वहीं, तैयार खाद्य पदार्थों की भी जांच की जाएगी। अगर गुणवत्ता में कोई कमी पाई जाती है तो नियमानुसार कार्रवाई भी होगी।
अभी तक प्रदेश में ये पायलट प्रोजेक्ट में व्यवस्था की जा रही थी, लेकिन अब खाद्य सुरक्षा विभाग ने सभी जिलों में ईट राइट कैंपस बनाना शुरू कर दिए हैं। होटलों का ऑडिट करने के बाद ईट राइट होटल का प्रमाणपत्र जारी कर दिया है। प्रमाण पत्र देने के बाद विभाग ने व्यवस्था के अनुसार कार्य करने के लिए कहा है। ईट राइट कैंपस बनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को होटलों में बेहतर गुणवत्ता युक्त और पौष्टिक खाद्य पदार्थ मुहैया करवाना है ताकि सेहत से किसी भी प्रकार का खिलवाड़ न हो सके। प्रदेश में ईट राइट होटल बनाने के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने कार्य किया है।
पर्यटन क्षेत्र के रूप में उभरा है प्रदेश
प्रदेश पर्यटन क्षेत्र के रूप में उभरा है। कसौली, चायल, शिमला समेत अन्य कई जगह हैं, जहां पर सैकड़ों होटल हैं। इन होटलों में लोग रोजाना आते हैं और रुकते हैं। ऐसे में खाने-पीने की चीजों से लोगों की सेहत से कोई खिलवाड़ न हो सके इसे देखते हुए व्यवस्था शुरू हुई है।
होटलों में ईट राइट कैंपस की व्यवस्था की जा रही है। एफएसएसएआई मानकों के अनुसार ही खाना तैयार होगा। ऑडिट करवाने के बाद पर्यटन क्षेत्र कसौली के चार होटलों को ईट राइट कैंपस बनाया गया है। आगामी दिनों में ओर होटलों को भी इस व्यवस्था में शामिल किया जाएगा।