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 विमल नेगी के भाई और पत्नी से सीबीआई ने जोन कार्यालय में आठ घंटे की पूछताछ

 पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत मामले में सीबीआई ने परिजनों से 8 घंटे पूछताछ की। बुधवार को साढ़े 10 बजे विमल नेगी के बड़े भाई सुरेंद्र नेगी को सीबीआई शिमला जोन कार्यालय बुलाया गया। ढाई बजे तक जांच अधिकारी उनसे कई तरह की जानकारियां हासिल करती रहे। दोपहर बाद ढाई बजे विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी को कार्यालय बुलाकर जानकारी हासिल की गई। रात साढ़े सात बजे तक सीबीआई के अधिकारी उनसे जानकारी हासिल करते रहे। सीबीआई के अधिकारियों ने अलग-अलग विमल नेगी के भाई और पत्नी से पूछताछ की। बीते सोमवार को भी किरण नेगी को सीबीआई कार्यालय बुलाया गया था। उस समय जो उन्होंने सीबीआई को जानकारी दी। उसी को क्लीयर करने के लिए उन्हें फिर बुधवार को बुलाया गया था। सूत्र बताते हैं कि परिजनों ने सीबीआई को बताया कि विमल नेगी को कार्यालय में प्रताड़ित किया जा रहा था। वह मानसिक तनाव में आ गए थे। उन्होंने कई अधिकारियों के नाम भी बताएं।

आत्महत्या करने इतनी दूर क्यों गए विमल नेगी, इस सवाल का जवाब ढूंढ रही सीबीआई
विमल नेगी की रहस्यमयी मौत को सुलझाने की गुत्थी आसान नहीं दिख रही। नेगी की मौत को आत्महत्या बताया जा रहा है, लेकिन इसमें यह सवाल उठना लाजिमी है कि विमल को अगर आत्महत्या करनी ही होती तो वह शिमला से इतना दूर क्यों जाते। यह भी प्रश्न है कि भराड़ी में किन लोगाें से मिलने के लिए रुके। जिस व्यक्ति ने आत्महत्या करने की ठान ली हो तो वह क्या रास्ते में मिलते हुए चलेगा। ऐसे कई गंभीर सवाल हैं, जिनका सटीक जवाब ढूंढने के लिए सीबीआई माथापच्ची कर रही है। लैपटॉप और मोबाइल मिलने के बाद कई राज खुल सकते हैं। हालांकि सोमवार को शिमला में हुई प्रेसवार्ता में विमल नेगी जनजातीय न्याय मंच आरोप लगा चुका है कि यह आत्महत्या नहीं है। सीबीआई इस मंच के लोगों से भी तथ्यों को जुटा सकती है।

नेगी की ईमेल आईडी, फोन डिटेल और सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही जांच एजेंसी
 शिमला पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जांच का रिकॉर्ड लेने के बाद अब सीबीआई विमल नेगी की ईमेल आईडी, फोन डिटेल और सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है। विमल नेगी किन-किन लोगों से मिलते रहे हैं, इसका भी बारीकी से पता किया जा रहा है। सीबीआई ने पुलिस एसआईटी की ओर से की जांच और नेगी मौत मामले की छानबीन करने के लिए दो अलग-अलग टीमें बनाई हैं। इसने पॉवर कॉरपोरेशन से रिकॉर्ड जुटा लिया है। फोरेंसिक लैब जुन्गा को भेजे सैंपल की भी रिकॉर्ड तलब किया है। सीबीआई की एक टीम को डीआईजी लीड कर रहे हैं, जबकि दूसरी टीम पुलिस अधीक्षक राजपाल की अगुवाई में जांच को आगे बढ़ा रहे हैं। जांच में जिन-जिन अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम है। सीबीआई की टीम बारी-बारी करके उनमें से कई को पूछताछ के लिए बुला सकती है

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