नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर बोले- केंद्र सरकार से आएगी मदद, प्रदेश सरकार लाए राहत कार्यों में तेजी

रविवार को थुनाग में पत्रकारों से बातचीत के दौरान जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है और यह मदद जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब मौसम भी साथ दे रहा है तो ऐसे में प्रदेश सरकार को राहत कार्यों में तेजी लाने की जरूरत है।
पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का कहना है कि मंडी जिला में जो आपदा आई है उसके लिए जल्द ही केंद्र सरकार से मदद मिलेगी लेकिन उससे पहले प्रदेश सरकार को चाहिए कि यहां राहत कार्यों में और तेजी लाई जाए। रविवार को थुनाग में पत्रकारों से बातचीत के दौरान जयराम ठाकुर ने कहा कि वह लगातार पीएमओ के संपर्क में है और कई केंद्रीय मंत्रियों से भी इस विषय पर वार्ता हुई है। केंद्र सरकार ने हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है और यह मदद जरूर मिलेगी।
उन्होंने कहा कि अब मौसम भी साथ दे रहा है तो ऐसे में प्रदेश सरकार को राहत कार्यों में तेजी लाने की जरूरत है। जो दूर दराज के इलाके हैं वहां पर जल्द से जल्द राशन और अन्य राहत सामग्री पहुंचाए जाने की जरूरत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रदेश सरकार पूरी गंभीरता से काम करते हुए राहत कार्यों में तेजी लाएगी। अभी तक सराज, नाचन, करसोग में 45 से अधिक लोग लापता हैं। सराज में अभी तक 11 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। यह आंकड़ा अभी और बढ़ेगा।
जयराम ठाकुर ने कंगना रनौत के दौरे को लेकर कहा कि वह जनप्रतिनिधि के नाते जनता का दुख दर्द साझा करने आई थी। सांसद के पास ऐसा कोई प्रावधान नहीं होता कि वो कोई घोषणा कर सके लेकिन सांसद निधि के माध्यम से उन्होंने मदद की बात कही है। जो भी सांसद निधि प्राप्त होगी उसे प्राथमिकता वाले स्थानों पर खर्च करके राहत कार्यों में तेजी लाने का प्रयास किया जाएगा।
जयराम ठाकुर ने बताया कि थुनाग और लंबाथाच तक सड़क सुविधा बहाल हो गई है लेकिन इससे आगे सड़क बहाल करने में अभी लंबा समय लग सकता है। लेकिन सड़क सुविधा बहाल होने के बाद बहुत सी अन्य व्यवस्थाएं भी बहाल हो रही है क्योंकि सड़क मार्ग से ही राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। मोबाइल कुनेक्टिविटी भी अब बहाल हो गई है। नुकसान बहुत ज्यादा हुआ है जिसका आंकलन करने में ही लंबा समय लग जाएगा। बतौर विधायक उन्होंने भी अपना कैंप ऑफिस अब थुनाग में ही शिफ्ट कर दिया है और यहीं से ही सारी व्यवस्थाओं का संचालन कर रहे हैं।
वहीं, सराज विधानसभा क्षेत्र के थुनाग और साथ लगते इलाकों में आई आपदा के कारण सड़क मार्ग पूरी तरह से टूट चुके हैं। हालांकि इन्हें बहाल करने का कार्य जारी है लेकिन इसमें लंबा समय लग रहा है। ऐसे में लोगों तक राहत पहुंचाने में बोझा ढोने वाले मजदूर और खच्चरें अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। मंडी जिला प्रशासन ने 47 ऐसे लोगों को यहां विशेष रूप से बुलाया है जिन्हें बोझा ढोने का अच्छा खासा अनुभव है। इसके अलावा 14 से अधिक खच्चर मालिकों को भी यहां सामान ढुलाई के लिए बुलाया गया है।
इसके अलावा स्थानीय लोग और बहुत से स्वयंसेवी भी इस कार्य में पूरी तत्परता से लगे हुए हैं। इन सभी के माध्यम से ही प्रशासन अभी तक आपदा प्रभावित क्षेत्र थुनाग और साथ लगते इलाकों तक दो हजार राशन की किटें पहुंचाने में कामयाब हो पाया है। इसके अलावा इन्हीं के माध्यम से गैस सिलेंडर, डीजल, पानी और अन्य प्रकार का जरूरी सामान भी भेजा रहा है। डीसी मंडी अपूर्व देवगन खुद मौके पर मौजूद रहकर सारी व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि थुनाग तक आज शाम तक सड़क सुविधा बहाल हो जाएगी जिससे फिर ज्यादा राहत यहां पहुंचाने में मदद मिलेगी। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, वायुसेना, पुलिस, होमगार्ड और सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी सुविधाओं को बहाल करने के लिए दिन रात मैदान में डटे हुए हैं।
डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि जंजैहली तक करसोग की तरफ से सड़क मार्ग को खोलने का कार्य जारी है। जंजैहली में जो लोग और पर्यटक फंसे हुए हैं इसी रास्ते से बाहर निकाला जाएगा। उन्होंने बताया कि संचार सुविधा को बहाल करने के लिए टेलिकॉम कंपनियों के लोग दिन रात मैदान में डटे हुए हैं। अधिकतर स्थानों पर संचार सुविधा बहाल कर दी गई है जबकि बाकी स्थानों के लिए यह कार्य जारी है। मौसम की खराबी के कारण हैलिकॉप्टर की उड़ानें नहीं हो पा रही इसलिए लोगों को सड़क मार्ग से ही बाहर निकालना पड़ रहा है।