करसोग में दो जगह फटे बादल, एक की मौत, सात लापता, कांगड़ा-हमीरपुर में स्कूल बंद

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश की वजह से ब्यास नदी में भयंकर बाढ़ आ गई है। मंडी में आज शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश हो रही है। जिले में मंगलवार रात बारिश ने खूब कहर बरपाया है। करसोग इलाके में दो जगह बादल फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि परिवार के सात लोग के लापता है। घटना में कुछ घर और गाड़ियों के बहने की भी सूचना है। यहां 16 लोग सुरक्षित जगह शिफ्ट किए गए है। इनमें 12 बच्चे और चार महिलाएं शामिल हैं। करसोग में पानी के तेज बहाव के बीच फंसे लोग मदद और बचाव को चिल्लाते रहे।
मंडी के गोहर उपमंडल के स्यांज नाले में बना एक घर फ्लैश फ्लड में बह गया। यहां पर मां-बेटी को बचा लिया गया, लेकिन सात लोग सैलाब में बह गए हैं। जिनकी पहचान पदम सिंह (75) पुत्र देवी सिंह गांव बागा, देवकू देवी (70) पत्नी पदम सिंह गांव बागा, झाबे राम (50) पुत्र गोकुलचंद पंगलयूर, पार्वती देवी (47) झाबे राम पंगलयू, सुरमि देवी (70) पत्नी स्वर्गीय गोकुलचंद, इंद्र देव (29) पुत्र झाबे राम, उमावती (27) पत्नी इंद्रदेव, कनिका (9) पुत्री इंद्रदेव, गौतम (7) पुत्र इंद्रदेव के रूप में हुई है।
उधर, बीती रात से लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने मंडी जिले में हालात बिगाड़ दिए हैं। जिले के तमाम नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे लोगों की चिंता बढ़ गई है। बाखलीखड्ड पर 2008 में बना 16 मेगावाट का पटिकरी पावर प्रोजेक्ट तबाह हो गया है। फिलहाल पावर हाउस में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
मौके पर रेस्क्यू के लिए प्रशासन की टीम मुस्तैद है, लेकिन तेज बहाव के आगे टीम भी बेबस है। उधर, सराज क्षेत्र के कुकलाह के पास 16 मेगावाट पटिकरी पावर प्रोजेक्ट के भी बहने की सूचना है। यहां एक पुल के साथ कुछ गाड़ियां भी बह गई। वहीं, पंडोह डैम से 1.57 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है। डैम में पीछे से 1.65 लाख क्यूसेक पानी आ रहा है। डैम के पांचों गेट खोलने से पंडोह बाजार जलमग्न होने लग गया है।
अफरा तफरी के बीच लोगों ने घर खाली कर दिए हैं। यहां एसडीआरएफ ने मोर्चा संभाला हुआ है। मंडी शहर में खड्ड और नाले उफान पर हैं। घरों और दुकानों में मलबा एवं पानी घुसने से भारी नुकसान हुआ है।
इसी तरह धर्मपुर में भरैंड नाला उफान पर है। धर्मपुर बस अड्डा समेत घरों और दुकानों में पानी घुस गया है। भरैंड नाले के किनारे वाले घर खाली कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। उधर, डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि स्थिति पर नजर है। रेस्क्यू के लिए टीमें जुटी हुई हैं।
भारी बारिश के अलर्ट के चलते जिला कांगड़ा के शिक्षण संस्थान आज एक जुलाई 2025 को भी बंद रहेंगे। डीसी कांगड़ा हेमराज बेरवा ने यह आदेश जारी किए हैं।
लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के खतरे के कारण, जन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियात के तौर पर हमीरपुर जिले के सभी स्कूल आज बंद रहेंगे।
मंडी निवासी सुशील ने कहा कि “मंडी में रात से भारी बारिश हो रही है और ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। कई जगहों पर भूस्खलन भी हो रहा है।
गत रात्रि से जारी भारी बारिश एवं भूस्खलन तथा अधिकांश सड़क मार्ग बाधित होने इत्यादि के कारण पैदा हुई परिस्थितियों के मद्देनजर जीवन की सुरक्षा के दृष्टिगत मंडी जिला प्रशासन ने 1 जुलाई, 2025 को मंडी जिला के अंतर्गत सभी स्कूल व अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का निर्णय लिया है
सुजानपुर के खैरी में व्यास का जलस्तर बढ़ने से 5 से 7 घर पानी के जद में आ गए हैं। 4:30 के करीब सुबह स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और प्रशासन को दी। इसके बाद यहां पर पंडोर डैम से पानी को बंद करवाया गया। सुजानपुर पुलिस सड़क बंद होने की वजह से मौके पर नहीं जा पाई जिसके चलते जंगल बेरी बटालियन पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू किया हालांकि पानी का जलस्तर बेहद अधिक था ऐसे में दम से जब पानी कम हुआ तो 8:00 बजे के करीब पुलिस टीम और प्रशासन ने 40 लोगों को रेस्क्यूकिया। रेस्क्यू किए गए लोगों में 15 के करीब प्रवासी हैं जो कि किराए के घर में रह रहे थे और बाकी स्थानीय लोग हैं। थाना प्रभारी सुजानपुर राकेश ने कहा कि डैम के पानी को बंद करवरकर लोगों को रेस्क्यू किया गया है।